बिल्ली और चूहा
एक जंगल के पास एक घर था, उस घर में बिल्ली रहा करती थी। बिल्ली के घर में अलमारी, कुर्सी और मेज था।
एक दिन बिल्ली अपने काम से बाहर चली गई तो उस घर में चूहा आया। चूहा बहुत चालाक था। बिल्ली अपने लिए खाना रखती थी और चूहा वह खाना चुरा कर खा जाता था। एक दिन बिल्ली जब बाहर से आई तो उसने देखा उसका खाना गायब था। उसने कहा 'अरे मेरा खाना कहाँ है?'
अगले दिन फिर बिल्ली जब बाहर चली गई तो चूहे ने बिल्ली का खाना खा लिया। बिल्ली ने सोचा कि मेरे घर में कौन है जो मेरा खाना खा लेता है। उसके दिमाग में एक तरकीब आई। एक दिन बिल्ली ने कहा 'अरे मैं बाहर जा रही हूँ।'
बिल्ली झूठ में ही नाटक करके घर से बाहर गई और अपने दरवाजे से अंदर देख रही थी। तभी उसने देखा कि चूहा आया और बिल्ली का खाना खाने लगा। बिल्ली ने झट से चूहे पर हमला कर दिया और उसे खा गई। अब बिल्ली फिर अपने घर में खुशी-खुशी रहने लगी।
दिव्या कन्नौजिया
कक्षा 5
उच्च प्राथमिक विद्यालय नाऊमुण्डा
सुकरौली, कुशीनगर