सोमवार, 2 मई 2022

हम बच्चे

 हम हैं बच्चे 

सबसे अच्छे

 आम खाते

 कच्चे-कच्चे

मेरी दादी

 सबसे प्यारी मेरी दादी 

लोरी मुझे सुनाती दादी 

मुझको खूब खिलाती दादी 

थपकी दे सुलाती दादी

मेरे दादा

 सबसे प्यारे मेरे दादा

 मुझको देते टॉफी

 गोल-गोल उनका चश्मा 

छोटी उनकी लाठी

रविवार, 1 मई 2022

छाता

 मेरे घर है एक छाता

 वह मेरे मन को भाता 


धूप हो या बारिश हो 

सबसे यह मुझे बचाता 


जब भी मैं बाहर जाता

 साथ में छाता ले जाता


 फिर जब वापस घर आता 

छाता रखकर मुस्काता

गेहूँ की कटाई

 प्रीति आज स्कूल नहीं आई 

कर रही थी गेहूँ की कटाई


साथ थे उसके मम्मी-पापा 

और छोटे बहन और भाई


 शाम को सारा गेहूँ कट गया

 तब जाकर वह घर आई


 अगले दिन फिर काम बहुत था

 करनी थी गेहूं की ढुलाई 


कब बीतेगा काम ये भैया 

कब हम कर पाएंगे पढ़ाई