दो दोस्तों की कहानी
एक गांव में 2 दोस्त रहते थे। दोनों में बहुत गहरी मित्रता थी। उन दोनों का नाम था रामू और श्यामू। एक दिन रामू ने श्यामू से कहा कि दशहरे का मेला लगने वाला है, हमारे पास तो एक भी रुपए नहीं है, हम दोनों मेला घूमने कैसे जाएंगे।
श्यामू ने कहा चिंता मत करो मेरे पास एक उपाय है।
रामू ने पूछा- कैसा उपाय?
श्यामू ने कहा- हमारे बगीचे में फूलों के पौधे हैं और दो आम के पेड़ हैं। एक केले का भी पेड़ है। हम दोनों कल से आम और केला तोड़कर बेचेंगे और फूल को मंदिर के पास बेचेंगे।
श्यामू ने कहा- बहुत अच्छा उपाय है।
अगले दिन रामू और श्यामू फल लेकर बाजार में जाते हैं और बेचेंगे हैं। शाम तक उनके पास जो रुपए इकट्ठे होते हैं उसमें से कुछ रुपए बचाकर बाकी रुपयों का सब्जी बनाने के लिए आलू खरीद कर घर आते हैं। माँ जब दोनों दोस्तों के हाथ में थैला देखती है तो बहुत खुश होती है और गले लगाकर दोनों को शाबाशी देती है।
पूजा वर्मा
कक्षा 7
उच्च प्राथमिक विद्यालय नाऊमुंडा
सुकरौली, कुशीनगर