सुनहरे सपने
जिन्दगी एक अफसाना है
खुशियों का खजाना है
लेकिन खुशियों के साथ ही
दुखों का भी आना है
मन में एक तमन्ना है
पर मन को भी मनाना है
मन के अनेक इरादे हैं
और लक्ष्य को भी पाना है
मन में अनेक सपने है
सपने भी तो अपने हैं
सपनों में ही खो जाना है
सपनों को साकार बनाना है
माना मंजिल में कठिनाई है
फिर भी मंजिल तक जाना है
कठिनाइयों से लड़कर
इरादों को प्रबल बनाना है
दृढ़ निश्चय कर लेंगे हम
मुश्किल को आसान बनायेंगे
फिर जाकर अपने सपनों को
हम सुन्दर लक्ष्य दिलायेंगे
जिसके कारण हम डरते हैं
उस डर को दूर भगायेंगे
इस अन्धकार के जीवन को
आलोकित हम कर पायेंगे
कर्म-पथ ना विचलित होंगे ,
अब लक्ष्य तक जायेंगे
कर लिया फैसला इस मन ने
एक उज्ज्वल दीप जलायेंगे
फिर इस प्रकाशमय जीवन को
एक शोभित मार्ग दिखलायेंगे
इस असफल जीवन को
सफलता का मार्ग दिखलायेंगे
नन्दनी निषाद कक्षा-10
अखण्ड जीवन ज्योति पाठशाला
खखरा टोला, रायगंज
गोरखपुर