मेरे आदरणीय अध्यापक/अध्यापिका
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद कि आप जैसा शिक्षक मुझे मिला।
आप लोग हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। हम लोग कितने भी अमीर रहें या गरीब किंतु आप लोगों के बिना हमारा जीवन व्यर्थ है। क्योंकि जो हमारे संस्कार हैं वह तो हम अपने माता-पिता से प्राप्त करते हैं, लेकिन जो हमारे जीवन का लक्ष्य है वह हमें आप लोगों के द्वारा प्राप्त होता है। आप लोग भी हमारे माता पिता के समान हैं जिससे आप लोगों को पूरा हक है कि जब भी हम गलती करें तो आप लोग हमें डांटे, समझाएं और सही रास्ता दिखाएं।
शिक्षक कभी अपने विद्यार्थी का बुरा नहीं चाहेगा इसलिए सभी विद्यार्थियों को चाहिए कि वह अपनी सारी कठिनाई और समस्या शिक्षक को बताएं ताकि वह हमे सही मार्ग दिखा सकें। यह तो है कि अगर आप जैसे शिक्षक हमें शिक्षा देंगे तो हम अवश्य अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करेंगे। हम चाहे कितने भी आगे निकल जाएं, कितना भी नाम और पैसा कमा लें किंतु इसके पीछे जिनका हाथ है हम उस शिक्षक को कभी नहीं भूल सकते।
धन्यवाद
जमीला खातून
कक्षा- 5
प्राथमिक विद्यालय नाऊमुंडा सुकरौली
जनपद कुशीनगर