सोमवार, 31 अगस्त 2020

गर्मी की छुट्टी

 जमीला खातून

कक्षा 5

प्राथमिक विद्यालय नाऊमुंडा

सुकरौली, कुशीनगर

उ०प्र०


गर्मी की छुट्टी

आज मैंने एक प्यारी सी काहानी लिखी है, प्रीती और अमन की कहानी।

प्रीती और अमन दोनों भाई-बहन हैं। दोनो एक ही स्कूल में पढ़ते हैं।

गर्मियीं की छुट्टी हुई और प्रीती अपने पापा से बोली- पापा हमें घुमाने ले चलिए। पापा बोले- ठीक है। प्रीती खुश हो गई और घूमने जाने की तैयारी करने लगी। उनके साथ दादा-दादी भी जाने वाले थे।

जिस दिन घूमने जाना था उस दिन प्रीती और अमन को बहुत मजा आया। दादी-दादा, मम्मी-पापा, प्रीती और अमन सब लोग पार्क में खेले, खूब सारी जगहें देखे और मजे किए।

प्रीती ने पापा से कहा- पापा! हम रोज यहाँ आते तो कितना अच्छा रहता। पापा हँसने लगे।

मंगलवार, 25 अगस्त 2020

सामाजिक सरोकार

 पूर्व माध्यमिक विद्यालय राजुपुरा

कोतवाली, बिजनौर

उ.प्र.






शनिवार, 22 अगस्त 2020

राम का भाग्य

 विवेक विश्वकर्मा

कक्षा 5

प्राथमिक विद्यालय नाऊमुंडा

सुकरौली, कुशीनगर


एक बार की बात है। एक गाँव मे दो लकड़हारे रहते थे। एक का नाम राम था और दूसरे का नाम राजू था। राम रोज सुबह राजू के घर जाता और उसे बुलाता। राजू उठता, कुल्हाड़ी लेता और राम के साथ जंगल मे लकड़ी काटने को चल देता।

एक दिन रोज की तरह राम राजू के घर उसे बुलाने गया। उसने आवाज लगाई- 'राजू! चलो जंगल मे लकड़ियाँ काटने।' तब राजू ने कहा की तुम जाओ मैं आज नही जाऊँगा। राम ने जब इतना सुना तो वह अकेले ही जंगल में लकड़ी काटने चल दिया। 

चलते-चलते उसने एक बड़ा-सा पेड़ देखा। देखते ही राम दौड़ता हुआ उस पेड़ के पास पहुँचा और पेड़ को काटने लगा। लेकिन पेड़ कट नही रहा था और अजीब-सी आवाज कर रहा था।

राम थक गया और पास ही कटे हुए पेड़ पर बैठ गया। अचानक बहुत तेज आँधी आई। राम उस कटे पेड़ पर बैठा ही रहा। जिस पेड़ को राम काट रहा था वह पेड़ आँधी मे गिर गया। राम ये सब देख कर हैरान हो गया। आँधी खतम हो गई। राम गिरे हुआ पेड़ के पास गया तो देखा की पेड़ के जड़ से थोड़ा-सा उपर सोना-चाँदी था। राम ने सोचा कि इसीलिए पेड़ नही कट रहा था। वह इधर-उधर देख कर सब सोना-चाँदी वहा से उठा लिया और अपने घर को चल दिया।

 घर पहुँचते ही यह सब बात अपनी पत्नी से बताई। पत्नी यह सब सुनकर बहुत खुश हुई और कहा कि जल्दी से एक घर बनवाओ। राम ने सोना-चाँदी बेचकर एक सुंदर-सा घर बनवाया और खुशी से रहने लगा।

 यह सब देखकर राजू पछताने लगा और अपने मन मे सोचने लगा कि राम के साथ मुझे भी जाना चाहिए था। लेकिन समय बीत जाने पर पछताने से क्या फायदा।

शुक्रवार, 14 अगस्त 2020

Independence day drawing

Prince shahu
Class 6
UPS humari malav, sukrauli
Kushinagar

Jamila khatun
Class 5
PP Naumunda, Sukrauli
Kushinagar
Shahadat Ali
Class 4
PP Namuna, sukrauli
Kushinagar

शनिवार, 8 अगस्त 2020

सूखे पौधे की देखभाल

आज का प्रश्न था-

एक पौधा पानी देने के बावजूद सूख रहा है। उसे बचाने के लिए आप क्या करेंगे?


बच्चों के उत्तर-


1. पौधे के अगल-बगल से घास सूखे फूल और जंगली पौधों को निकालेंगे और मिट्टी को खोदकर भुरभुरा करेगे। फिर खाद व पानी डालेगे। दो-चार दिन देखभाल करने से पौधा फिर से हरा भरा हो जाएगा| 


2. खुरपी से पौधे की मिट्टी भुरभुरी करेंगे। उसमें गोबर की खाद डालेंगे। अगर ठीक नहीं हुआ तो दुकान पर सारी बात बताकर सही दवा लाकर उसमें डालेंगे। फिर अच्छे से देखभाल करेंगे तो पौधा ठीक हो जाएगा।


3. पौधे से सारे सूखे पत्ते निकाल देंगे। सूखी डाल को काट कर अलग कर देंगे। पौधे की मिट्टी को खुरपे से भुरभुरी करके फिर पानी देना शुरू करेंगे। बड़े लोगों से भी पूछेंगे की पौधे को कैसे ठीक किया जाए। ऐसे देखभाल करके पैधे को फिर से हरा-भरा कर देंगे।

आप भी अपने बच्चों से यह सवाल पूछें और उसने मिले रोचक उत्तर हमें भेजें studentscorner1411@gmail.com the पर।

गुरुवार, 6 अगस्त 2020

माता-पिता के प्रश्न- गिजुभाई बधेका

सामान्यतः बच्चों के अभिवावकों के पास बच्चे की परवरिश से सम्बंधित ऐसे कई प्रश्न होते हैं जिनके उत्तर या तो समाज की गढ़ी-गढाई परम्परा के अनुसार मान लिए जाते हैं या फिर ढूँढने पर भी उनके उत्तर नहीं मिलते।

ऐसे ही माता-पिता के बहुत से प्रश्नों के उत्तर दिए हैं प्रख्यात शिक्षाविद गिजुभाई बधेका ने, जिसका संग्रह "गिजुभाई रत्नावली" नामक किताब में किया गया है। ये प्रश्न तथा उत्तर "माता-पिता के प्रश्न" भाग में हैं। यह भाग न केवल अभिभावकों अपितु शिक्षकों के लिए भी बहुत उपयोगी है।

शायद आपके प्रश्न और उनके उत्तर भी इस संग्रह में हों।

पढ़ने/देखने के लिए क्लिक करें-

मंगलवार, 4 अगस्त 2020

कोरोना और स्कूल

चाँदनी
कक्षा 5
प्राथमिक विद्यालय नाऊमुंडा
सुकरौली, कुशीनगर

कोरोना और स्कूल

रानी और सूरज दोनों भाई बहन हैं। दोनों एक ही स्कूल में पढ़ते हैं। उनके स्कूल नाम है प्राथमिक विद्यालय नाऊमुंडा, सुकरौली कुशीनगर।

 एक दिन दोनों स्कूल पढ़ने गए तो सर ने बताया कि हमारे देश में बीमारी आ गई है। सूरज ने पूछा कौन सी बीमारी? सर ने बताया उस बीमारी का नाम कोरोना है। फिर पता चला कि सभी स्कूल कॉलेज में छुट्टी कर दी गई। सर और मैम ने बताया कि कोरोनावायरस फैलने की वजह से छुट्टी की गई है।

मैम ने सभी बच्चों से कहा कि साफ सफाई का ध्यान रखना, मास्क लगाना, सैनिटाइजर का प्रयोग करना, साबुन से हाथ धोते रहना, भीड़-भाड़ वाली जगह पर मत जाना और दूसरे लोगों से दूरी बना कर रखना। सभी बच्चों ने कहा- ठीक है।

 शुरु शुरु में छुट्टी हुआ तो रानी और सूरज दोनों बहुत खुश हुए। लेकिन धीरे-धीरे वह दोनों बहुत बोर होने लगे। घर बैठे-बैठे उन्हें अच्छा नहीं लग रहा था। एक दिन दोनों बातें कर रहे थे कि इस समय तो ऑनलाइन पढ रहे हैं, स्कूल खुला होता तो कितना अच्छा रहता। अपने दोस्तों से भी मिलते। सभी दिवस मनाए जाते। और हम कितने सारे गेम बनाते। कितना कुछ हमें देखने को मिलता। हमारे पेपर भी नहीं हुए नहीं तो पता चलता कि कौन कितना नंबर पाया है। देखते हैं आगे चलकर क्या होता है।

रविवार, 2 अगस्त 2020

बच्चों ने बनाई राखी

कृषा
कक्षा-4

चाँदनी
कक्षा-5

प्राथमिक विद्यालय नाऊमुंडा
सुकरौली, कुशीनगर




शनिवार, 1 अगस्त 2020

National Education Policy 2020

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु
(पिछले भाग से आगे )

स्कूली शिक्षा-

21. एनसीईआरटी की किताबें क्षेत्रीय भाषाओं में भी उपलब्ध कराई जाएंगी। 


22. प्रोग्रेस कार्ड का स्वरूप बदलेगा। व्यक्तित्व विकास के विभिन्न पहलुओं के साथ स्व-मूल्यांकन भी जोड़ा जाएगा।

23. बोर्ड परीक्षाओं और प्रवेश परीक्षाओं का नया स्वरूप निर्धारित होगा। बोर्ड परीक्षाएं आसान की जाएंगी। बोर्ड परीक्षाओं के भी इंप्रूवमेंट दिए जा सकेंगे।

24. कक्षा 3, 5 और 8 में भी बोर्ड जैसी परीक्षा होगी।


25. स्कूलों की निगरानी, मूल्यांकन और गुणवत्ता सुधार के लिए नेशनल एसेसमेंट सेंटर- परख (Performance Assessment,
Review, and Analysis of Knowledge for Holistic Development) बनाए जाएंगे।


26. विश्वविद्यालय परीक्षाओं प्रवेश के नियम पहले जैसे ही रहेंगे।


27. "एजुकेशन ऑफ गिफ्टेड चिल्ड्रन" स्पेशलाइजेशन B.Ed में  जोड़ा जाएगा।


 28. चार-वर्षीय इंटीग्रेटेड B.ed में मेरिट आधारित स्कॉलरशिप दी जाएगी।

29. शिक्षकों का स्थानांतरण केवल विशेष परिस्थितियों में होगा और यह पूरी तरह कंप्यूटराइज्ड होगा।


30. लोकल एक्सपर्ट्स को स्कूल में सेवा देने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।

31. "स्कूल कॉन्प्लेक्स" नाम से स्कूलों के समूह बनाए जाएंगे जिसमें स्कूल आपस में रिसोर्सेज और शिक्षक शेयर कर सकेंगे।


32. शिक्षक गैर शैक्षणिक कार्य नहीं करेंगे।


33. शिक्षकों के सतत विकास के लिए सीपीडी (Continuous Professional Development) कोर्स होंगे। हर शिक्षक को प्रतिवर्ष न्यूनतम 50 घण्टों की सीपीडी ट्रेनिंग पूरी करनी होगी।


34. बेहतर कार्य करने वाले शिक्षकों की पहचान,प्रमोशन और वेतन वृद्धि का प्रावधान होगा। शिक्षकों के लिए NCTE द्वारा प्रोफेशनल स्टैंडर्ड विकसित किए जाएंगे जो कि हर 10 साल पर रिवाइज होता रहेगा। और यही प्रमोशन और वेतन वृद्धि का आधार बनेंगे ना कि सीनियरिटी।


35. 2030 से शिक्षक बनने की योग्यता होगी-
 * इंटर के बाद 4 वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड 
* स्नातक के बाद 2 वर्षीय बीएड * परास्नातक के बाद 1 वर्षीय बीएड


36. विद्यालयों में कौशल शिक्षण हेतु प्रशिक्षक तैयार करने के लिए BITEs, DIETs तथा स्कूल कॉन्प्लेक्स में लोकल शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाएंगे।


37. पिछड़े क्षेत्रों में नए केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय स्थापित किए जाएंगे।


38. छोटे-छोटे विद्यालयों के कारण होने वाली समस्याओं और विसंगतियों को देखते हुए विद्यालयों का समेकन/संविलयन किया जाएगा और सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रत्येक विद्यालय के पास पूरे संसाधन और शिक्षक उपलब्ध हो।


39. एक सरकारी स्कूल को एक प्राइवेट स्कूल से जोड़ा जाएगा। दोनों आपस में विचारों और संसाधनों का आदान-प्रदान करेंगे।


40. बच्चों की सप्ताहिक-शैक्षणिक भ्रमण हेतु "बाल भवन" विकसित किए जाएंगे और विद्यालयों की पहचान "सामाजिक चेतना केंद्र" के रूप में भी स्थापित की जाएगी।


©आकांक्षा मधुर