सचिन
कक्षा-4
प्राथमिक विद्यालय सहरी
क्षेत्र-पाली, गोरखपुर।
एक खरगोश था। वह अपने खेत में गाजर बोया था। कुछ दिनों में गाजर हो गया। तभी एक चूहा बिल किया। उसी बिल में एक-एक गाजर ले जाता था। तब खरगोश ने सोचा कि मैं इतनी सारी गाजर बोया था एक भी गाजर मुझे खाने को नहीं मिली। फिर खरगोश दुखी हो कर रोने लगा।
एक बंदर भूखा था। वह हर पेड़ पर देखा तो फल नहीं था। एक घर खुला था। उसमें बहुत सारे फल थे। उसने फल ले लिए और वहां से भाग गया।
सीख- भोजन हमारी आवश्यकता है।